Fighter Review in Hindi | फाइटर रिव्यू हिंदी में

ऋतिक रोशन, दीपिका पादुकोण, और अनिल कपूर अपनी नई मूवी के साथ आ चुके हैं, जिसको सिद्धत आनंद ने डायरेक्ट किया है। इस मूवी का नाम है “फाइटर”। आज से कुछ समय पहले, इसका एक टीजर रिलीज हुआ था, जो काफी ठीक-ठाक था। फिर, इसका एक ट्रेलर रिलीज हुआ, जो स्टार्टिंग तक ठीक-ठाक लगा, लेकिन जब एंड आया, तो उसने हमें गूसबम्प्स वाली फीलिंग दे दी।

मतलब, मजा आने वाला है। कहानी है शमशेर पठानिया की, जिसका रोल ऋतिक रोशन ने प्ले किया है। उनकी पूरी स्क्वाड का नाम है “एयर ड्रैगन”, और यह एक स्पेशल यूनिट है, जिसको श्रीनगर में फॉर्म किया जाता है। यह यूनिट स्पेशल काइंड ऑफ थिंग्स कर सकती है। और क्योंकि यह एक स्पेशल यूनिट है, जिसको इंडिया के अलग-अलग कोनों से उठा कर के बनाया गया है, इसलिए इनकी बॉन्डिंग पर काफी फोकस किया जाता है। और क्योंकि बॉन्डिंग है, तो इमोशन होगा, जो यह पिक्चर देने का काफी हद तक काम कर भी देती है।

 

 

 


Has Worked to Connect | कनेक्ट करने का काम किया है

उसी पूरी कहानी को इन लोगों ने पुलवामा अटैक के साथ अच्छी तरह से कनेक्ट करने का काम भी कर दिया है। अब, वो चीजें क्यों होती हैं, कैसे होती हैं, और उनको कौन करवाता है, वो सब कुछ आपको पिक्चर देखकर ही पता चलेगा। लेकिन, हां, अगर स्टोरी के बारे में बात करी जाए, तो फर्स्ट हाफ इन लोगों की इमोशनल कनेक्शन और बॉन्डिंग पर फोकस करता है।

सेकंड हाफ उसको एग्जीक्यूट करने, और उसके ऊपर डिलीवर करने का काम करता है, जो मुझे लगा कि ठीक-ठाक था। क्योंकि, ये जो बॉन्डिंग और इमोशनल कनेक्शन वाले पार्ट्स थे, वो एट टाइम्स फील हो रहे थे, और एट टाइम्स नहीं भी हो रहे थे।

मतलब, ऋतिक रोशन, दीपिका पादुकोण, और अनिल कपूर, ये तीनों के तीनों कैरेक्टर्स, और इनकी स्क्वाड में, इनकी जगह ये बहुत ही परफेक्टली, और अच्छी तरह से फिट हो जाते हैं। लेकिन, इनके अलावा, स्क्वाड के जितने भी मेंबर्स थे, उनके साथ इतना ज्यादा इमोशनल कनेक्ट हो नहीं पाया। एंड, दैट इज सेइंग समथिंग, कि मूवी का बहुत ही बड़ा चंक है, वो इमोशनल बॉन्डिंग, और इमोशनल कनेक्शन वाला। तो, अगर आपको वो चीजें फील नहीं हो पाती है, तो फिर वो काफी मिसफायर टाइप की चीज हो जाती है। फिर,

 

Hrithik Roshan’s Entry | ऋतिक रोशन की एंट्री

इसके बाद, अगर डायरेक्शन पर बात करी जाए, तो मूवी को डायरेक्ट किया है, सिद्धार्थ आनंद ने, जो इससे पहले कई सारी पिक्चरों को डायरेक्ट कर चुके हैं, और ऋतिक की भी कई सारी पिक्चरों को डायरेक्ट कर चुके हैं। और, आपको मूवी में, ऋतिक और दीपिका पादुकोण की केमिस्ट्री नजर आए ना आए, ऋतिक और सिद्धार्थ आनंद की केमिस्ट्री जरूर नजर आ जाती है। 

स्ट्रेट फ्रॉम द सीन जहां पर ऋतिक रोशन अपने प्लेन से पहली बार जब ज निकल के आते हैं, उनको जिस तरह की एंट्री प्रोवाइड करी गई है, वो सिद्धार्थ आनंद ही कर सकते हैं। क्योंकि वो पहले भी हजार लाख करोड़ बार ये काम कर चुके हैं। एकदम बेहतरीन तरीके के बैकग्राउंड म्यूजिक के साथ जब ऋतिक रोशन उस प्लेन से निकल के आते हैं, तो सिद्धार्थ आनंद को पता है कि वो क्या कर रहे हैं, हम लोगों के साथ।

फिर, जिसको सिद्धार्थ आनंद ने काफी अलग-अलग तरीके से, बहुत अलग-अलग सिनेरियो में प्रेजेंट करने की कोशिश करी, जैसे फॉर एग्जांपल, ऋतिक रोशन एक छोटा सा शेयर पेश करते हैं, तो उसको प्रेजेंट करने का तरीका इतना खतरनाक है। मतलब, ऋतिक रोशन की वॉइस को पहले भारी किया है, फिर पेट्रियोटिक बैकग्राउंड म्यूजिक के साथ, उनके फोरग्राउंड में आग जल रही है, तो वी नो व्हाट सिद्धार्थ आनंद इज ट्राइट डू देयर।

 

Focused on Every Details | हर विवरण पर ध्यान केंद्रित किया

ये चीज मैं बुरे टर्म्स में नहीं बोल रहा हूं, मतलब वो सारी की सारी चीजें बिल्कुल भी सटल नहीं है, और अच्छी लगती हैं देखने में, मजा आता है। सबसे पहले, मैं ये देखना चाहता था कि कितनी सारी चीजों में इन लोगों ने एक्यूरेसी मेंटेन करके रखी होगी, तो दे हैव एक्चुअली नेल्ड डाउन ऑलमोस्ट एवरीथिंग। मतलब, जो एक्चुअल ऑफिसर्स के बीच में कन्वर्सेशन होती हैं, वो वो भी बहुत हद तक परफेक्ट है। बहुत सारे लोगों को आर्टिफिशियल फील हो रहा होगा, लेकिन मैं आपको बता देता हूं कि जब दो ऑफिसर्स आपस में बात करते हैं, तो वो ऐसे ही बात करते हैं। 

मतलब, उन लोग के बीच में ब्रो ब्रो करके बात नहीं होती, दे टॉक इन ब्लडी चैप टर्म्स। तो, हां, जो आर्मी पर्सनल की आपस में बैटर्स होती है, वो बहुत अच्छी रखी उन लोगों ने। लेकिन, वहीं पर, जो इंटरपर्सनल रिलेशनशिप्स होती है, वो थोड़ी सी आर्टिफिशियल फील हो जाती है।

 

The Action Scenes are Very Good | एक्शन सीन्स बहुत ही अच्छे है 

फिल्म की कहानी और प्लॉट लाइन को लेकर, वो बहुत ही बेसिक और सीधा सा है। लेकिन, जो एक्शन सीन्स हैं, वो बहुत ही अच्छे और इंप्रेसिव हैं। ऋतिक रोशन की एक्टिंग और उनका स्क्रीन प्रेजेंस बहुत ही दमदार है, और उन्होंने अपने किरदार को बहुत ही अच्छे से निभाया है। वहीं, वैणी कपूर की एक्टिंग भी काफी अच्छी है, और उनका किरदार भी काफी इंटरेस्टिंग है।

फिल्म का म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर भी काफी इम्प्रेसिव है, और वो फिल्म के मूड को बहुत ही अच्छे से सेट करता है। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी और विजुअल इफेक्ट्स भी काफी अच्छे हैं, और वो फिल्म को एक बहुत ही बड़े स्केल पर दिखाते हैं।

इसके अलावा, फिल्म की एडिटिंग और पेसिंग भी काफी अच्छी है, और वो फिल्म को एक स्मूद और फ्लोइंग नैरेटिव देती है। फिल्म का डायरेक्शन और स्क्रिप्ट भी काफी स्ट्रॉंग है, और वो फिल्म को एक बहुत ही इंटेंस और एक्साइटिंग वाच बनाती है।

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